Aravalli Hills यानी अरावली की पहाड़ियां केवल राजस्थान तक सीमित नहीं हैं। गुजरात के बनासकांठा जिले में फैली ये पहाड़ियां मानसून के मौसम में किसी जादुई सपने से कम नहीं लगतीं। जब बादल बरसते हैं, तो ये हरियाली से ढंक जाती हैं और इनमें छिपे हुए कई झरने पूरे शबाब पर आ जाते हैं। यदि आप खंडाला या लोनावला जैसे भीड़भाड़ वाले हिल स्टेशन से हटकर कोई शांत, प्राकृतिक और अनदेखा ठिकाना तलाश रहे हैं, तो अरावली की ये पहाड़ियां आपको मंत्रमुग्ध कर देंगी।
मानसून में खिल उठती हैं Aravalli Hills
मानसून का मौसम शुरू होते ही गुजरात की Aravalli Hills हरियाली की चादर ओढ़ लेती हैं। यहां की पहाड़ियां हरे रंग के सैकड़ों शेड्स में निखर उठती हैं। इन पहाड़ियों में मौजूद छोटे-बड़े झरने बारिश के पानी से भर जाते हैं और झर-झर बहने लगते हैं। कोहरे से ढकी घाटियां, शांत वातावरण और हर दिशा में फैली हरियाली इस जगह को किसी चित्रकार की पेंटिंग जैसा बना देती है। यहाँ का वातावरण मानसून में इतना खुशनुमा हो जाता है कि हर साल हजारों पर्यटक दूर-दूर से यहां प्रकृति का आनंद लेने पहुंचते हैं।
बनासकांठा: मानसून प्रेमियों के लिए स्वर्ग
गुजरात का बनासकांठा जिला अरावली की इन पहाड़ियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मानसून के दौरान यहां का दृश्य किसी स्वर्ग से कम नहीं लगता। झरने, हरियाली और कोहरा जब एक साथ मिलते हैं, तो मन को एक अलग ही शांति और ताजगी मिलती है। यहां आने वाले पर्यटक न केवल प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेते हैं, बल्कि एक आत्मिक सुकून भी महसूस करते हैं।
इन जगहों को जरूर देखें
Aravalli Hills में कई ऐसी खूबसूरत जगहें हैं, जो मानसून में अपने चरम सौंदर्य पर होती हैं:
स्थान का नाम | प्रमुख आकर्षण | दूरी (निकटवर्ती शहर से) |
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पनियारी आश्रम | पहाड़ियों के बीच स्थित झरनों से घिरा आश्रम | मुमनावास से 5 किमी |
विश्वेश्वर | पहाड़ों और झरनों से घिरी धार्मिक जगह | इकबालगढ़ से 5 किमी |
बलराम | हरियाली, जंगल और प्राकृतिक शांति | पालनपुर से 14 किमी |
धार माता मंदिर | घाटियों और कोहरे से ढका पवित्र स्थल | अंबाजी के पास |
जेस्सोर अभयारण्य | वन्यजीवों के साथ घना जंगल और झरने | पालनपुर से 20-25 किमी |
त्रिशूलिया घाट | पहाड़ी मोड़ों और झरनों का शानदार नज़ारा | अंबाजी मार्ग पर |
कोटेश्वर अंबाजी | मंदिर, झरने और घाटियों का सम्मिलन | अंबाजी से निकट |
इन जगहों की सुंदरता केवल कैमरे में कैद करने के लिए नहीं, बल्कि आत्मा को सुकून देने के लिए भी है।
पनियारी आश्रम और विश्वेश्वर: दो शांतिमय स्थान
पनियारी आश्रम, मुमनावास गांव के पास स्थित है, जो पालनपुर-अंबाजी हाइवे पर पड़ता है। यह स्थान पहाड़ियों के बीच बसा है और बारिश के मौसम में इसकी खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है। यहाँ बहते झरने और शांति भरा वातावरण हर किसी का मन मोह लेता है।
वहीं विश्वेश्वर, इकबालगढ़ से 5 किलोमीटर दूर स्थित है और यह भी एक धार्मिक व प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थल है। यहां आकर पर्यटक खुद को प्रकृति की गोद में पाते हैं।
झरनों का जादू और सावधानी जरूरी
Aravalli Hills में मौजूद झरने मानसून के दौरान जीवंत हो उठते हैं। उनकी आवाज़, बहाव और चारों ओर की हरियाली मिलकर एक ऐसा दृश्य रचते हैं जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। हालांकि, यहां की यात्रा के दौरान सावधानी बरतना भी उतना ही ज़रूरी है। इन पहाड़ियों में किसी भी तरह की सरकारी या निजी परिवहन सुविधा उपलब्ध नहीं है, इसलिए आपको अपने खुद के वाहन से ही सफर तय करना होगा।
इसके अलावा, बारिश में पहाड़ी रास्ते फिसलन भरे और कभी-कभी खतरनाक भी हो सकते हैं। किसी भी अंजान या जोखिम भरे रास्ते पर जाने से पहले स्थानीय लोगों की सलाह जरूर लें।
क्यों जाएं Aravalli Hills?
- यह जगह भीड़भाड़ से दूर और शांति से भरी होती है।
- प्रकृति के बेहद करीब रहकर आप खुद को तरोताजा महसूस करेंगे।
- मानसून में यहां की झरने और हरियाली बेहद आकर्षक होती है।
- यह उन लोगों के लिए आदर्श है जो शांति, प्राकृतिक सुंदरता और एकांत की तलाश में हैं।
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निष्कर्ष
अगर आप इस मानसून में किसी अलग, शांत और प्राकृतिक जगह पर जाना चाहते हैं, तो Aravalli Hills की गोद में बसे गुजरात के बनासकांठा जिले की यह सुंदर वादियां आपका स्वागत कर रही हैं। यहाँ की झरने, कोहरे से ढकी घाटियाँ, हरियाली और शांत वातावरण आपको ज़िंदगी के सबसे खूबसूरत पलों में से कुछ दे सकते हैं। कैमरा साथ ले जाइए, लेकिन यकीन मानिए, यहां के अनुभव को आप केवल तस्वीरों में नहीं, दिल में लेकर लौटेंगे।