Bhai Dooj 2025 भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को समर्पित एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। यह पर्व दीपावली के दो दिन बाद, कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, वहीं भाई बहनों की रक्षा और सम्मान का वचन देते हैं।
Bhai Dooj 2025 का महत्व
भाई दूज को अलग-अलग राज्यों में भाईया दूज, भाऊ बीज, भैया फोटा आदि नामों से जाना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन यमराज अपनी बहन यमुनाजी से मिलने आए थे। यमुनाजी ने उन्हें तिलक कर आदरपूर्वक भोजन कराया और उनकी लंबी उम्र की कामना की। प्रसन्न होकर यमराज ने वरदान दिया कि इस दिन जो भी बहन अपने भाई को तिलक करेगी, उसके भाई की आयु लंबी होगी।
इसी वजह से Bhai Dooj 2025 भाई-बहन के स्नेह और आशीर्वाद का प्रतीक बन जाता है।
Bhai Dooj 2025 की तारीख और शुभ मुहूर्त
इस त्योहार की पूजा और तिलक शुभ समय में करना बेहद जरूरी होता है। नीचे Bhai Dooj 2025 की पूरी जानकारी दी गई है:
विवरण | Bhai Dooj 2025 जानकारी |
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पर्व का नाम | Bhai Dooj 2025 |
तारीख | शुक्रवार, 31 अक्टूबर 2025 |
द्वितीया तिथि शुरू | 30 अक्टूबर 2025, रात 11:26 बजे |
द्वितीया तिथि समाप्त | 31 अक्टूबर 2025, रात 01:09 बजे |
तिलक का शुभ मुहूर्त | दोपहर 01:15 से 03:30 बजे तक |
Bhai Dooj 2025 की पूजा विधि और परंपराएँ
- तिलक समारोह: बहनें अपने भाई के माथे पर रोली और चावल से तिलक करती हैं।
- आरती: दीप जलाकर भाई की आरती उतारी जाती है और उसकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना की जाती है।
- भोजन और मिठाई: भाई को विशेष भोजन और मिठाई खिलाई जाती है।
- उपहार का आदान-प्रदान: भाई अपनी बहन को उपहार या पैसे देकर उसके स्नेह का आदर करता है।
कुछ क्षेत्रों में जैसे बंगाल में इसे भाई फोटा, महाराष्ट्र और गुजरात में भाऊ बीज, और नेपाल में भाई टीका के रूप में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
Bhai Dooj 2025 क्यों है खास
चूंकि यह पर्व दिवाली के तुरंत बाद आता है, इसलिए परिवार एक बार फिर साथ मिलकर उत्सव का आनंद लेते हैं। आज की व्यस्त जिंदगी में यह दिन भाई-बहन को समय निकालकर एक-दूसरे से मिलने, भावनाएँ साझा करने और रिश्ते को मजबूत करने का अवसर देता है।
आधुनिक समय में Bhai Dooj 2025 का उत्सव
आजकल कई भाई-बहन अलग-अलग शहरों या देशों में रहते हैं। ऐसे में तकनीक इस त्यौहार को और भी खास बना देती है। वीडियो कॉल से वर्चुअल तिलक, ऑनलाइन गिफ्ट भेजना और शुभकामनाएँ साझा करना, सब कुछ संभव हो गया है। इस तरह Bhai Dooj 2025 आधुनिक जीवनशैली में भी पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाएगा।
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निष्कर्ष
Bhai Dooj 2025 सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते की गहराई और महत्व का प्रतीक है। यह त्योहार हमें प्यार, सुरक्षा और परिवार की एकता का संदेश देता है। चाहे इसे पारंपरिक रीति-रिवाजों से घर पर मनाया जाए या ऑनलाइन जुड़कर, इस दिन की भावना हमेशा दिलों को जोड़ने वाली होती है।