Pavagadh Temple Timings Ropeway Ticket: गुजरात का एक अत्यंत पवित्र और ऐतिहासिक महत्व वाला धार्मिक स्थल है, जहां हर साल हजारों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। यह मंदिर पावगढ़ पहाड़ी की चोटी पर स्थित है, जो पंचमहाल जिले में है। यहाँ माता काली, जिन्हें महाकाली भी कहा जाता है, की पूजा की जाती है। यह मंदिर न केवल आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि अपनी अनोखी रोपवे सुविधा और खूबसूरत प्राकृतिक नजारों के लिए भी प्रसिद्ध है। इस लेख में आपको Pavagadh temple Timings ropeway ticket से जुड़ी हर जरूरी जानकारी मिलेगी, जैसे मंदिर के दर्शन का समय, कैसे पहुंचें, आरती के समय, और टिकट बुकिंग प्रक्रिया।
पावगढ़ मंदिर और इसका धार्मिक महत्व
पावगढ़ का कालिका मंदिर क्षेत्र का सबसे पुराना मंदिर माना जाता है और यह काली माता का निवास स्थल है। इसे भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। मान्यता है कि माता सती का अंगूठा यहीं गिरा था, इसलिए यह जगह अत्यंत पवित्र है। इसे महाकालिका मंदिर भी कहा जाता है, जो भक्तों के लिए आशीर्वाद पाने का प्रमुख केंद्र है।
इसके अलावा, यह क्षेत्र यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल चंपानेर-पावगढ़ पुरातात्विक पार्क का हिस्सा है, जहाँ कई ऐतिहासिक किले, मस्जिदें, मंदिर और पुरातात्विक स्थल हैं। यहाँ प्राकृतिक सौंदर्य, इतिहास और धर्म का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।
Pavagadh Temple Darshan Timings
यदि आप पावगढ़ मंदिर दर्शन के लिए जा रहे हैं तो मंदिर के खुलने और बंद होने का समय जानना आवश्यक है। मंदिर प्रतिदिन सुबह से शाम तक खुला रहता है।
- खुलने का समय: सुबह 5:00 बजे
- बंद होने का समय: शाम 7:00 बजे
आप इस समय के बीच किसी भी समय दर्शन कर सकते हैं। ध्यान दें कि मंदिर ट्रस्ट द्वारा लाइव दर्शन की सुविधा उपलब्ध नहीं है, इसलिए दर्शन के लिए आपको मंदिर जाना आवश्यक होगा।
Pavagadh Mahakali Temple Aarti Timings
मंदिर में प्रतिदिन दो आरती की जाती हैं, जो भक्तों के लिए बहुत ही शुभ होती हैं।
- सुबह की आरती: 5:00 बजे
- शाम की आरती: 6:30 बजे
यह आरती भक्तों को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती है और मंदिर में विशेष भक्ति भाव का संचार करती है।
महाकालिका मंदिर, पावगढ़ कैसे पहुंचें?
पावगढ़ पहाड़ी लगभग 822 मीटर ऊंची है, इसलिए मंदिर तक पहुंचने के लिए कुछ योजना बनानी पड़ती है, क्योंकि चढ़ाई थोड़ी कठिन हो सकती है। यहां पहुंचने के मुख्य तरीके दिए गए हैं:
ट्रेन द्वारा
निकटतम रेलवे स्टेशन चंपानेर है, जो पावगढ़ पहाड़ी से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर है। हालांकि, चंपानेर स्टेशन पर बहुत कम ट्रेनें आती हैं। बेहतर विकल्प है कि आप पहले वडोदरा तक ट्रेन से आएं, फिर वहां से टैक्सी लेकर पावगढ़ पहुंचें।
बस द्वारा
पावगढ़ के लिए कोई प्रमुख बस सेवा उपलब्ध नहीं है। अधिकतर लोग वडोदरा या चंपानेर बस द्वारा पहुंचकर टैक्सी या निजी वाहन से पावगढ़ जाते हैं।
हवाई मार्ग से
निकटतम हवाई अड्डा वडोदरा है, जो पावगढ़ से लगभग 48 किलोमीटर दूर है। यहां से टैक्सी लेकर आसानी से मंदिर पहुंचा जा सकता है।
Pavagadh Ropeway – मंदिर तक पहुंचने का आसान तरीका
पावगढ़ मंदिर की एक खासियत है यहाँ का रोपवे सिस्टम जिसे स्थानीय रूप से Udan Khatola कहा जाता है। यह केबल कार सेवा 2,000 सीढ़ियों की चढ़ाई के विकल्प के रूप में बहुत सुविधाजनक और मनोरम विकल्प प्रदान करती है।
रोपवे स्टेशन और संचालन
रोपवे स्टेशन पावगढ़ पहाड़ी के पास माची हवेली के पास स्थित है। यह केबल कार महाकालिका मंदिर तक करीब 800 मीटर की ऊंचाई तक ले जाती है। केबल कार से उतरने के बाद भी लगभग 250 सीढ़ियां चढ़नी होती हैं।
मंदिर तक कितनी सीढ़ियां हैं?
जो लोग फिट हैं और साहस रखते हैं, वे 2,000 सीढ़ियां चढ़कर भी मंदिर पहुंच सकते हैं। यह एक अद्भुत ट्रेकिंग अनुभव होता है जो प्राकृतिक सुंदरता और इतिहास दोनों का आनंद देता है।
जो लोग चढ़ाई करने में असमर्थ हैं, वे रोपवे का उपयोग कर सकते हैं।
रोपवे क्षमता और समय
रोपवे में प्रति घंटे लगभग 400 लोग यात्रा कर सकते हैं। यह प्रतिदिन सुबह 6:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक चलता है, और आखिरी केबल कार वापसी के लिए शाम 7:30 बजे होती है। पूरा सफर लगभग 6 मिनट का होता है।
Pavagadh Ropeway Ticket Price और बुकिंग प्रक्रिया
टिकट की कीमत
- वयस्क टिकट: ₹150
- बालक टिकट: ₹80
मंदिर के प्रवेश के लिए कोई टिकट नहीं है, केवल रोपवे की यात्रा के लिए टिकट आवश्यक है।
ऑनलाइन टिकट बुकिंग कैसे करें?
आप अपनी यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए आधिकारिक वेबसाइट udankhatola.com से ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं। बुकिंग के लिए आसान स्टेप्स निम्न हैं:
- Udankhatola की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- अपनी यात्रा की तारीख और समय चुनें।
- वयस्क और बच्चों के लिए टिकटों की संख्या चुने।
- “PROCEED TO PAY” बटन पर क्लिक करें।
- ऑनलाइन भुगतान करें।
- सफल भुगतान के बाद आपको कन्फर्मेशन वाउचर मिलेगा, जिसे संभालकर रखें।
ध्यान देने योग्य बातें
रोपवे कभी-कभी रखरखाव के कारण बंद भी हो सकता है, जैसे कि 28 जुलाई 2025 से 1 अगस्त 2025 तक रखरखाव के लिए सेवा बंद रहेगी। ऐसी स्थिति में आप सीढ़ियां चढ़कर मंदिर पहुंच सकते हैं।
क्यों चुनें Pavagadh Ropeway?
रोपवे न केवल आसान है, बल्कि पावगढ़ की हरियाली और पहाड़ों का मनमोहक दृश्य भी प्रदान करता है। यह बुजुर्गों, बच्चों और जिन्हें लंबी चढ़ाई पसंद नहीं उनके लिए सर्वोत्तम विकल्प है।
पावगढ़ के आसपास घूमने के लिए अन्य प्रसिद्ध स्थल
पावगढ़ पुरातात्विक और ऐतिहासिक स्थलों का एक बड़ा समूह है, जिनमें आप घूम सकते हैं:
- पावगढ़ किला: प्राचीन किले की खंडहर जो खूबसूरत नज़ारे देते हैं।
- जैन मंदिर: प्राचीन और सुंदर नक्काशी वाले मंदिर।
- लाकुलिश मंदिर: भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर।
- केवाड़ा मस्जिद: इंडो-इस्लामिक वास्तुकला की मिसाल।
- जामी मस्जिद: मध्यकालीन मस्जिद की सुंदरता।
- नगीना मस्जिद और स्मारक: सांस्कृतिक धरोहर के महत्वपूर्ण स्थल।
पावगढ़ यात्रा के लिए आवश्यक समय
यात्रा का समय आपके रुचि पर निर्भर करता है:
- यदि आप पुरातात्विक पार्क और मुख्य स्थलों की सैर करना चाहते हैं, तो 4-5 घंटे रखें।
- केवल कालिका माता मंदिर का दर्शन करना हो तो 1-2 घंटे पर्याप्त होंगे।
आसपास के शहरों से दूरी
यात्रा योजना बनाने में मदद के लिए यहां कुछ प्रमुख शहरों से पावगढ़ की दूरी दी गई है:
शहर का नाम | पावगढ़ से दूरी (किमी) |
---|---|
वडोदरा | 54 |
केवड़िया | 102 |
अहमदाबाद | 152 |
गांधीनगर | 174 |
सूरत | 211 |
कुबेर भंडारी | 79 |
भरूच | 131 |
पावगढ़ में आवास
यदि आप पावगढ़ में ठहरने की योजना बना रहे हैं, तो आसपास कई परिवार-मैत्रीपूर्ण होटल और गेस्टहाउस उपलब्ध हैं। तीर्थ यात्रा के मौसम में पहले से बुकिंग कर लेना बेहतर होता है।
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पावगढ़ यात्रा के लिए अंतिम सुझाव
- आरामदायक जूते पहनें क्योंकि थोड़ी बहुत चढ़ाई करनी पड़ती है।
- गर्मी में पानी साथ रखें।
- सुबह जल्दी पहुंचें ताकि भीड़ से बचा जा सके और शांति से दर्शन हो।
- रोपवे टिकट पहले से ऑनलाइन बुक करें।
- मंदिर के नियमों का सम्मान करें और साफ-सफाई का ध्यान रखें।
Pavagadh temple Timings ropeway ticket की जानकारी आपकी यात्रा को सुखद और आसान बनाती है। चाहे आप 2,000 सीढ़ियां चढ़ें या रोपवे से जाएं, पावगढ़ की आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक धरोहर आपको एक अनोखा अनुभव देगी। अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाएं और माता महाकाली के आशीर्वाद का आनंद लें।
FAQ Pavagadh Temple Timings Ropeway Ticket
पावगढ़ मंदिर के दर्शन का समय क्या है?
मंदिर प्रतिदिन सुबह 5:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक खुला रहता है।
रोपवे टिकट की कीमत कितनी है?
वयस्कों के लिए ₹150 और बच्चों के लिए ₹80।
कालिका माता मंदिर के लिए कोई प्रवेश शुल्क है?
नहीं, मंदिर में प्रवेश निशुल्क है। केवल रोपवे के लिए टिकट लेना होता है।
क्या रोपवे टिकट ऑनलाइन बुक किया जा सकता है?
जी हाँ, आप udankhatola.com पर ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं।
मंदिर तक कितनी सीढ़ियां चढ़नी होती हैं?
लगभग 2,000 सीढ़ियां हैं।